तेरे हाथों में मुझे अपनी तक़दीर नज़र आती है Rajeev Jain October 6, 2015 Uncategorized Comments तेरे हाथों में मुझे अपनी तक़दीर नज़र आती है; देखूं मैं जो भी चेहरा तेरी तस्वीर नजर आती है…