2 Lines Mohabbat Shayari – आग़ाज़-ए-मोहबबत की दास्तान मुख़्तसिर सी है बस Rajeev Jain January 30, 2016 Uncategorized Comments आग़ाज़-ए-मोहबबत की दास्तान मुख़्तसिर सी है बस, दौर-ए-जवानी थी और उनकी आँखों में झाँक बैठे।