“आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं, उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये चेहरे को, इसी उम्मीद में खुद को रुलाते हैं।”
“आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं, उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये चेहरे को, इसी उम्मीद में खुद को रुलाते हैं।”