2 Lines Sad Shayari – अकेले मेरे अरमां तड़प तड़प के क्यों रोते Rajeev Jain January 29, 2016 Uncategorized Comments अकेले मेरे अरमां तड़प तड़प के क्यों रोते, मेरे भी दिन क्या होते जो तुम मेरे लिए होते.