2 Lines Sad Shayari – नाज़ूक फ़ूलों के जैसा सहलाया था हमारी माँ ने Rajeev Jain January 26, 2016 Uncategorized Comments नाज़ूक फ़ूलों के जैसा… सहलाया था हमारी माँ ने… और इक वो संगदिल हैं… जो हमें पत्थर दिल कर गये ॥