2 Lines Sad Shayari – सोचों तो सिलवटों से भरी है तमाम रूह Rajeev Jain January 26, 2016 Uncategorized Comments सोचों तो सिलवटों से भरी है तमाम रूह | देखो तो शिकन भी नहीं है लिबास में ||