Aankh Shayari – तरस गयी है तुम्हे देखने को ये आँखें Rajeev Jain December 8, 2015 Uncategorized Comments तरस गयी है तुम्हे देखने को ये आँखें..!! थकी-थकी है, पर पलकें उठाये बैठे है..!!