Inspiring Sher O Shayari – और कुछ भी ‘दरकार’ नहीँ मुझे तुझसे Rajeev Jain December 8, 2015 Uncategorized Comments और कुछ भी ‘दरकार’ नहीँ मुझे तुझसे ‘मौला’ मेरी ‘चादर’ मेरे ‘पैरों’ के बराबर कर दे”..!!