आदते बूरी नही शोक ऊचे हैं वर्ना किसी ख्वाब की
इतनी ओकात नहीं कि हम देखें ओर पूरा ना हो
Hindi Shayari – Poetry In Hindi
Best Hindi Sher O Shayari And Ghazal Collection
आदते बूरी नही शोक ऊचे हैं वर्ना किसी ख्वाब की
इतनी ओकात नहीं कि हम देखें ओर पूरा ना हो