हजारों चेहरों में, एक तुम ही थे जिस पर हम मर मिटे
वरना ना चाहतों की कमी थी, और ना चाहने वालों की…!!
Hindi Shayari – Poetry In Hindi
Best Hindi Sher O Shayari And Ghazal Collection
हजारों चेहरों में, एक तुम ही थे जिस पर हम मर मिटे
वरना ना चाहतों की कमी थी, और ना चाहने वालों की…!!