मिलावट है तेरे हुस्न में “इत्र” और “शराब” की,
तभी मैं थोड़ा महका हूं;
थोड़ा सा बहका हूं.
Hindi Shayari – Poetry In Hindi
Best Hindi Sher O Shayari And Ghazal Collection
मिलावट है तेरे हुस्न में “इत्र” और “शराब” की,
तभी मैं थोड़ा महका हूं;
थोड़ा सा बहका हूं.