4 Lines Sad Shayari – आंसू को कभी ओस का कतरा ना समझना

आंसू को कभी ओस का कतरा ना समझना..
ऐसा तुम्हे चाहत का समंदर ना मिलेगा.
फ़िर याद बहुत आयेगी, वो ज़ुल्फ़ों की घनी शाम..
जब धूप मे साया कोई सर पे ना मिलेगा.




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