“गलत कहेते है लोग की सफेद रंग मै वफा होती है…दोस्तो…!!!!
अगर ऐसा होता तो आज “नमक” जख्मो की दवा होता…..”
Tag: 4 Lines Hindi Poetry
Zakhm Shayari 2 Line Mein – फिर कोई जख्म मिलेगा तैयार रह
फिर कोई जख्म मिलेगा तैयार रह ऐ दिल…
कुछ लोग फिर पेश आ रहे हैँ बहुत प्यार से….
Zakhm Shayari 2 Line Mein – ज़ख़्मों के बावजूद मेरा हौसला तो
ज़ख़्मों के बावजूद मेरा हौसला तो देख,,
तू हँसी तो मैं भी तेरे साथ हँस दिया..!!
Zakhm Shayari 4 Line Mein – “दिल में है
“दिल में है जो दर्द वो किसे बताएं,
हँसते हुए ज़ख्म किसे दिखाएँ.
कहती है ये दुनिया हमे खुशनसीब,
मगर नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ.”
Zakhm Shayari 2 Line Mein – न ज़ख्म भरे न शराब सहारा
न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई.,
न वो वापस लौटीं, न मोहब्बत दोबारा हुई..
Zakhm Shayari 2 Line Mein – काश बनाने वाले ने दिल कांच
काश बनाने वाले ने दिल कांच के बनाये होते,
तोड़ने वाले के हाथ में ज़ख्म तो आये होते…!!
Zakhm Shayari 2 Line Mein – ज़ख़्म दे कर ना पुछा करो
ज़ख़्म दे कर ना पुछा करो दर्द की शिद्दत…!
“दर्द तो दर्द” होता है थोड़ा क्या, ज्यादा क्या…
Zakhm Shayari 2 Line Mein – मरहम न सही एक जख्म ही
मरहम न सही एक जख्म ही दे दो ..
महूसस तो हो के कोई हमें भुला नही..
Zakhm Shayari 2 Line Mein – जितना छिड़का है….तूने ज़ख़्मों पे…. उतना खाया
जितना छिड़का है….तूने ज़ख़्मों पे….
उतना खाया नही….नमक तेरा….!
Zakhm Shayari 2 Line Mein – मुस्कराहट यूँ मेरे दिल के जख्मों
मुस्कराहट यूँ मेरे दिल के जख्मों को छुपा लेती है,
माँ जैंसे अपने बच्चों के ऐबों को सबसे छुपा लेती है…