Zakir Khan Shayari | Zakir Khan Quotes | Zakir Khan Kavita

Zakir Khan Shayari - Yun To Bhule Hume Hai Log Kai Pehle Bhi
Zakir Khan Shayari – Kabhi Koi Yaad Nahi Aaaya

Zakir Khan Shayari – Yun To Bhule Hume Hai Log Kai Pehle Bhi

यूं तो भूले है हमे लोग कई पहले भी बहुत से
पर तुम जितना उनमे से कभी कोई याद नही आया

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कितना तन्हा है ये नया शहर
देखो, तुम्हारी यादे तक नही आती

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Hindi Shayari – तुम हमेशा महकती हो

तुम हमेशा महकती हो आस पास..
जिन्दगी शायद … तुम्हे ही कहते हैं




Hindi Shayari – ये रिमझिम बारिश

ये रिमझिम बारिश
ये सौंधा सा मौसम
हमारे बस में होता तो
तेरे पास चले आते…..




Hindi Shayari – जुदाई अपना काम कर गयी

जुदाई अपना काम कर गयी…
देख तुझे पाने की चाहत ही मर गयी




Hindi Shayari – आँखों से जो उतरी है

आँखों से जो उतरी है दिल मे तस्वीर है इक दीवाने की
खुद ढूँढ रही है शम्मा जिसे क्या बात है उस परवाने की




Hindi Shayari – बहुत ख़ामोश होकर

बहुत ख़ामोश होकर हम उसे देखते हैं…
कहते हैं, इबादत में बोला नहीं करते…..