Zakir Khan Shayari – Yun To Bhule Hume Hai Log Kai Pehle Bhi
यूं तो भूले है हमे लोग कई पहले भी बहुत से
पर तुम जितना उनमे से कभी कोई याद नही आया
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कितना तन्हा है ये नया शहर
देखो, तुम्हारी यादे तक नही आती
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