Shayari On Mother – कुछ इस तरह मेरे गुनाहों को

कुछ इस तरह मेरे गुनाहों को, वो धो देती हैं,,,,,
माँ बहुत गुस्से में होती है तो रो देती हैं ।
~ मुन्नवर राणा.